देश को उदारीकरण के रास्ते पर आगे बढ़ाने वाले पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा राव की जयंती पर देखें अनदेखी तस्वीरें
28 Jun, 2020 03:30 IST
आज भारत के 9वें प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव की जयंती है। नरसिम्हा राव देश के पहले दक्षिण भारतीय प्रधानमंत्री थे।नरसिम्हा राव को भारत में 'लाइसेंस राज' की समाप्ति और आर्थिक सुधारों की नीति की शुरुआत के लिए याद किया जाता है।नरसिम्हा राव का जन्म 28 जून, 1921 को हुआ था। नरसिम्हा राव का जन्म तेलंगाना के एक छोटे से गांव करीमनगर में हुआ था।उन्होंने पुणे के फरग्यूसन कॉलेज में पढ़ाई की और यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई से लॉ की डिग्री हासिल की।इसके अलावा उन्होंने हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय और नागपुर विश्वविद्यालय से भी पढ़ाई की।पीवी नरसिम्हा राव का पूरा नाम पामुलापति वेंकट राव था। वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक सक्रीय कार्यकर्ता थे और आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। राजनीति में आने के बाद नरसिम्हा राव ने पहले आंध्र प्रदेश सरकार और फिर केंद्र सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों का कार्यभार संभाला।राजीव गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस ने नरसिम्हा राव को प्रधानमंत्री चुना। राव ने 21 जून 1991 से 16 मई 1996 तक देश के प्रधानमंत्री रहे।राव की सरकार के दौरान देश की अर्थव्यवस्था समाजवादी से एलपीजी (Liberlization, Privatization And Globalization) की तरफ बढ़ी और भारत की अर्थव्यवस्था को बाहरी दुनिया के लिए खोल दिया गया था।अंतररराष्ट्रीय मुद्रा कोष नीति की शुरुआत उन्होंने ही कराई थी।प्रधानमंत्री बनने से पहले राव आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके थे। 1971 से 1973 तक उन्होंने इस पद का कार्यभार संभाला।आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने से पहले वह कानून एवं सूचना मंत्री, कानून एवं विधि मंत्री, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री और शिक्षा मंत्री भी रहे।राव 1957 से 1977 तक आंध्र प्रदेश विधान सभा और 1977 से 1984 तक लोकसभा के सदस्य रहे।राव राजनेता के साथ-साथ कई भाषाओं के विद्वान् भी थे। उन्हें 17 भाषाओं में बोलने की महारत हासिल थी, जिनमें तेलुगु, तमिल, मराठी, हिंदी, संस्कृत, उड़िया, बंगाली, गुजराती , अंग्रेजी, फ्रांसीसी, अरबी, स्पेनिश, जर्मन और पर्शियन शामिल हैं।