पीएम नरेंद्र मोदी ने किया टीकाकरण का शुभारंभ
लिया तेलुगु कवि गुरजाड अप्पाराव का नाम
हैदराबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शनिवार (Saturday) सुबह कोविड -19 (Covid-19) टीकाकरण (Vaccination) कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कहा सारी दुनिया की नजर आज भारत के टीकाकरण कार्यक्रम पर टिकी है जिसका सबको बेसब्री से इंतजार था। इसकी सबसे बड़ी विशषता ये है कि यह दुनिया की बड़ी वैक्सीन प्रक्रिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने टीका वितरण शुरू किया
इस अवसर पर पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत घरेलू वैक्सीन के माध्यम से अपनी शक्ति दुनिया में फैला रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को नियंत्रित करने के उद्देश्य से देश भर में टीकों का वितरण शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन के लिए वैज्ञानिकों ने कड़ी मेहनत की है। उनके प्रयासों के परिणामस्वरूप, दो घरेलू टीके विकसित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही कुछ और टीके उपलब्ध होंगे। मोदी ने कहा कि डॉक्टर, स्वास्थ्य कार्यकर्ता और स्वच्छता कार्यकर्ता इस टीके के पहले हकदार थे क्योंकि इस महामारी से वे ही सबसे आगे होकर जूझ रहे थे, इसीलिए पहला टीका उन्हें दिया जा रहा है।
यह टीका बहुत कम समय में विकसित किया गया है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि कोविड के खिलाफ लड़ाई में पीछे हटने की कोई बात ही नहीं है। कहा कि वैक्सीन की दो खुराक जरूर लें।
इस अवसर पर मोदी ने तेलुगु के प्रसिद्ध कवि गुरजाड अप्पाराव (Gurjada Apparao) की कविता की पंक्तियां 'देश मंटे मट्टी कादोय, देश मंटे मनुशुलोय' जिसका मतलब है देश का मतलब सिर्फ मिट्टी नहीं है बल्कि देश है वहां के लोगों से। इसके बाद उन्होंने कहा,' वट्टी माटलु कट्टीपेट्टोय, गट्टिमेलु तलपेट्टवोय' जिसका अर्थ है देश के भले के लिए सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें ही मत करो, बल्कि देश के लोगों के भले के लिए कुछ काम करो।'
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इस तरह उन्होंने साफ किया कि भारत ने जहां कोरोना को झेला है वहीं भारतीय वैज्ञानिकों ने वैक्सीन बनाकर देश ही नहीं दुनिया का भी भला कर दिया, और सबकी नजरें आज भारत के टीकाकरण पर लगी है।