कोवैक्सीन की 55 लाख डोज का ऑर्डर
16 जनवरी से टीकाकरण का काम शुरू
हैदराबाद : देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का आरंभ करते हुए 16 जनवरी को टीकाकरण मुहिम की शुरुआत होने जा रही है। चार दिन पहले ही ‘कोविशील्ड' टीकों की पहली खेप मंगलवार को 13 शहरों को भेजी गई थी। अब हैदराबाद (Hyderabad) से भारत बायोटेक कंपनी की कोवैक्सीन (Covaxin) की पहली खेप दिल्ली पहुंचा दी गई है।
भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की पहली खेप दिल्ली पहुंच गई है। वैक्सीन दो फ्लाइट से पहुंचाई गई। एयर इंडिया की फ्लाइट AI559 से कोवैक्सीन की पहली खेप आज सुबह हैदराबाद से रवाना हुई थी। इसके अलावा विस्तारा की फ्लाइट से भी कोवैक्सीन की खेप दिल्ली पहुंचा दी गई है। वैक्सीन की सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए।
Telangana: The first consignment of #Covaxin by Bharat Biotech, being brought from Hyderabad to Delhi on an Air India flight. #COVIDVaccination pic.twitter.com/o96ZLBjiqV
— ANI (@ANI) January 13, 2021
कोवैक्सीन की 55 लाख डोज का ऑर्डर
केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट को 1 करोड़ 10 लाख और भारत बायोटेक से 55 लाख वैक्सीन डोज का शुरुआती ऑर्डर दिया है। भारत में वैक्सीनेशन के पहले चरण के लिए मगंलवार को 54 लाख 72 हजार वैक्सीन डोज की सप्लाई हो चुकी है। इसमें पुणे केविशील्ड की पहली खेप देश के 13 शहरों में पहुंच गई। इन्हें यहां से आगे भी ले जाया जाना है। सप्लाई बुधवार को भी जारी है।
GHIAL अधिकारी ने बताया कि हैदराबाद हवाई अड्डा "वैक्सीनों के लिए कार्गो की बड़ी मात्रा" को संभालने के लिए कमर कस रहा है क्योंकि शहर में वैश्विक वैक्सीन क्षमता का एक तिहाई है और आने वाले और बाहर जाने वाले वैक्सीन कार्गो को संभालने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
इन्हें लगेगी वैक्सीन
बता दें कि देश में 16 जनवरी से टीकाकरण का काम शुरू होना है। शुरू में 3 करोड़ कोरोना वॉरियर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन का डोज लगाया जाएगा, जिसका खर्च केंद्र सरकार उठाएगी। इसके बाद 27 करोड़ उन लोगों का नंबर आएगा, जिनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक है या फिर कोई गंभीर बीमारी है।
30 करोड़ से ज्यादा कोवैक्सीन देने का लक्ष्य
वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की थी और कहा था कि कोविड-19 के लिए टीकाकरण पिछले तीन-चार हफ्तों से लगभग 50 देशों में चल रहा है और अब तक केवल ढाई करोड़ लोगों को टीके लगाए गए हैं जबकि भारत का लक्ष्य अगले कुछ महीनों में 30 करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाना है।