हैदराबाद : आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में एक शर्मनाक मामला सामने आया है। दरअसल यहां आरटीसी (RTC) बस में एक महिला अपने पति के साथ सफर कर रही थी। इसी दौरान उसके पति की मौत हो गई। दंपति पार्वतीपुरम (Parvatipuram) से बबोली (Baboli) तक के लिए बस में सफर कर रही थी। इसी दौरान महिला के पति ने उसकी गोद में दम तोड़ दिया। लोगों को दिक्कतें ना हो इसलिए बस कंडक्टर औऱ ड्राइवर रास्ते में बस रोक कर महिला के पति के शव को रोड किनारें छोड़ दिया। पति की मौत के बाद महिला को समझ में ही नहीं आ रहा था कि आखिर वो करे तो करे क्या। कुछ देर बाद वह राह चलते लोगों से मदद की गुहार लगाती रही लेकिन लोगों के दिल में जरा भी दया नहीं आई।
कुछ देर बाद रास्ते से गुजर रहे जब एक शख्स की नजर महिला पर पड़ी और वो उसके पास जाता है। इस दौरान महिला ने उससे अपनी सारी आपबीती जाहिर कर दी। राहगीर ने फौरन अपने कुछ दोस्तों और पत्रकारों को इस बारे में सूचना दी। जैसे ही लोग वहां पहुंचे तो उनसे महिला की हालत देखी नहीं गई। उन्होंने एक ऑटो से महिला को उसके घर पहुंचवाने का इंतजाम किया। यहीं नहीं उन्होंने उसे कुछ पैसे भी दिए। दिल दहला देने वाली यह घटना सोमवार को पार्वतीपुरम, बोबिली के रास्ते में हुई।
अंधविश्वास पर अब भी है लोगों को भरोसा
दरअसल बोबिली के रहने वाले पेदैय्या की पिछले कई दिनों से तबियत खराब चल रही थी। इसके बावजूद उनके परिवार को कुछ लोगों ने उनकी पत्नी से कहा कि इन पर भूत प्रेत का साया लगा हुआ है। पास पड़ोस के लोगों ने भी एक बुजुर्ग महिला को पार्वतीपुरम में रहने वाली एक महिला तांत्रिक का पता दिया। लोगों के कहने पर महिला अपने पति को डॉक्टरों के पास ना ले जाकर महिला तांत्रिक के पास ले गई। उसके पास ले जाने के बाद वो जैसे ही घर रवाना होने के लिए बस में बैठी तभी उसके पति की मौत हो गई।
महिला के साथ घटी यह घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि चाहे कितने भी हॉस्पिटल और दवाखाने खुल जाय लेकिन आज भी लोग अंधविश्वासो पर ही भऱोसा रखते हैं।