अमरावती : तमिलनाडु ट्रांसपोर्ट काॅरपोरेशन (Tamil Nadu Transport Corporation) ने आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (Andhra Pradesh State Road Transport Corporation) एपीएसआरटीसी (APSRTC) की बसों का राज्य में प्रवेश रोक दिया था, जिस पर आंध्र प्रदेश सरकार (Andhra Pradesh Govt.) ने फौरन प्रतिक्रिया दी क्योंकि बहुत से लोग संक्रांति मनाने अपने घर गए हुए हैं।
आंध्र प्रदेश ट्रांसपोर्ट विभाग और तमिलनाडु ने आखिरकार अंतरराज्यीय बसों पर रोक लगाने का अपना फैसला बदल दिया है। हालांकि दो राज्यों के बीच छोटे-छोटे कुछ मुद्दों को लेकर मनमुटाव बना हुआ था, जिस वजह से तमिलनाडु ट्रांसपोर्ट काॅरपोरेशन के अधिकारियों ने बस सेवा पर रोक लगाने का निर्णय ले लिया था।
तमिलनाडु आरटीसी अधिकारियों ने तिरुपति डिपो से चलाई जाने वाली तीन और चित्तूर से चलने वाली दो आरटीसी बसों को परमिट न होने की वजह से डिपो पर ही रोक दिया था।
परिवहन मंत्री (Perni Venkatramayya (Perni Nani)) पेरनी वेंकटरमय्या (पेरनी नानी) ने सलाह दी थी कि एपीएसआरटीसी अधिकारियों को तमिलनाडु आरटीसी अधिकारियों के साथ बातचीत करनी चाहिए।
परिवहन अधिकारियों को, जो कि यह सोच रहे हैं कि एपीएसआरटीसी बसों को रोकने के पीछे प्राइवेट ट्रैवल्स माफिया थे, ने फौरन प्राइवेट ट्रैवल्स की जांच करवाई और 24 ऐसे बसों पर रोक लगा दी, जिनके पास परमिट नहीं था।
सामान्यतः हर पांच वर्षों में दो राज्यों के बीच चलाई जाने वाली इंटर स्टेट बस सर्विस के बीच एक समझौता किया जाता है और यदि समझौते का समय पूरा होने लगता है, तो अंतरराज्यीय बसों को रोक दिया जाता है।