4 दिसंबर 1971 को युद्धतोप कराची बंदरगाह पर कब्जा किया था
मगर इस साल कोविड नियमों के मद्देनजर कोई युद्धाभ्यास नहीं
विशाखापट्टणम : पाकिस्तान पर भारत की जीत को दर्शाने के लिए हर साल भव्य रूप से मनाये जाने वाला नौसेना दिवस इस बार सामान्य रूप से मनाया जा रहा है। 4 दिसंबर 1971 को पूर्वी तट से गया युद्धतोप कराची बंदरगाह पर कब्जा किया था। इस तरह भारत विजयी हुआ था। इसी की याद में बड़े पैमाने पर नौसेना दिवस आयोजित करता है।
मगर इस साल कोविड नियमों के मद्देनजर कोई युद्धाभ्यास नहीं किया जा रहा है। केवल 4 दिसंबर की शाम को अधिकारियों ने विशाखापट्टणम के तट पर बिजली की रोशनी के साथ युद्धपोतों को सजा कर नौसेना दिवस मनाने का फैसला लिया है।
इस अवसर पूर्वी नौसेना स्टाफ के प्रमुख वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन ने समुद्र तट के विक्टरी एट सी स्तूप के पास फूलमालाएं अर्पित करके शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नौसेना दुश्मन के साथ किसी भी स्थिति में सामना करने के लिए तैयार है।