नई दिल्ली : आंध्र प्रदेश ने केंद्र सरकार से राज्य में कोविड-19 के जांच, कोविड केयर सेंटर सहित अन्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए कोविड इमर्जेंसी फंड (Covid Emergency fund) से 981 करोड़ की आर्थिक सहायता की अपील की है। राज्य के वित्तमंत्री बुग्गना राजेंद्रनाथ रेड्डी (Buggana Rajendranath Reddy) ने मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से भेंट की और इस दौरान राज्य से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर च्चा की।
इस मौके पर बुग्गना ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि आंध्र प्रदेश में कोरोना नियंत्रण के लिए कोविड-19 के टेस्ट, कोविड केयर सेंटर, आईसीयू, नॉन आईसीयू के बेड्स की संख्या बढ़ने और अस्थाई कर्मचारियों की नियुक्ति की वजह से राज्य पर आर्थिक बोझ बढ़ है।
राज्य में 16 मेडिकल कॉलेजों की स्थापना
बाद में बुग्गना राजेंद्रनाथ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कोरोना आपदा के मद्देजनर कोविड इमर्जेंसी फंड से राज्य के लिए 981 करोड़ की सहायता की अपील की गई है। उन्होंने ये भी बताया कि आंध्र प्रदेश के हर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का सीएम जगन ने निर्णय लिया है और इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग से अनुमति मांगी गई है। केंद्रीय मंत्री ने 16 मेडिकल कॉलेजों की स्थापना से जुड़े ज्ञापन पर विचार करने का आश्वासन दिया है।
कोरोना मामलों में लगातार गिरावट
आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश में अन्य राज्यों के मुकाबले काफी अधिक कोविड टेस्ट किए जा रहे हैं। इसके अलावा कोविड-19 के इलाज को आरोग्यश्री में शामिल किया गया है। कोविड-19 के नियंत्रण की दिशा में सरकार की पहल के कारण राज्य में कोरोना वायरस के मामले में लगातार गिरावट दर्ज हो रहा है।
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सितंबर और अक्टूबर के महीने में राज्य में प्रति दिन 10 से 12 हजार कोरोना मामले सामने आ रहे थे, जबकि अब प्रति दिन एक हजार से कम मामले दर्ज हो रहे हैं। इसके अलावा आंध्र प्रदेश में रोगियों का रिकवरी रेट भी 90 फीसदी से अधिक है। आंध्र प्रदेश मे अब तक 97 लाख से अधिक सैंपल्स का कोरोना टेस्ट किया जा चुका है।